Friday, June 2, 2017

नगर कौंसिल राजपुरा में रोजाना 4000 लीटर से ज्यादा पीने का पानी जा रहा गंदे गटर में।


कौंसिल के होनहार अधिकारीयों को कोई ऐसा उपाए नहीं मिल रहा, जिससे कि वो इस व्यर्थ होते पानी को बचा सके।
राजपुरा: एक तरफ जहां पूरा शहर साफ़ पीने के पानी की बूंद बूंद के लिए तरस रहा है, वहीं दूसरी तरफ नगर कौंसिल राजपुरा जो राजपुरा की जनता से पानी को व्यर्थ ना करने की अपीलें करते रहते है, उसी नगर कौंसिल में रोजाना 4000 लीटर से ज्यादा पानी व्यर्थ गंदे नाले में जा रहा है। जिसको देखकर भी नगर कौंसिल के होनहार अधिकारी अपनी आँखे बंद करके बैठे है। शहरवासी जिनको नगर कौंसिल द्वारा पीने के लिए साफ़ पानी तक नहीं मिलता, वो बदबूदार पानी की बोतलें उठा उठा कर नगर कौंसिल के अधिकारीयों के पास ये उम्मीद लेकर आते है कि कौंसिल के अधिकारी शायद उनकी बात सुन लें और उनको पीने का साफ़ पानी मुहैया करवा दे। लेकिन यहां तो नगर कौंसिल के अंदर ही 4000 लीटर से ज्यादा पानी व्यर्थ ही गंदे नाले में बह जाता है, उसका कोई पक्का हल तो नगर कौंसिल के पास है नहीं, तो राजपुरावासियों की फरियाद वो कैसे सुनेंगे? यह सोच सोच कर ही जनता को घुटन सी महसूस होने लगती है।

जब इस बारे में नगर कौंसिल राजपुरा के ई.ओ. राजेश शर्मा से फोन पर बात की गई तो उन्होंने कहाकि नगर कौंसिल में पानी वेस्ट हो रहा है, इसके बारे में उनको जानकारी नहीं थी। तुरंत ही इसको ठीक करवा दिया जायेगा।

जब नगर कौंसिल प्रधान प्रवीण छाबड़ा से इस बारे में फोन पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि 15 दिन पहले ही इस बात का पता चला था और हमने तुरंत इसको ठीक करने के लिए फायर अफसर स. सिंह राज की ड्यूटी लगा दी थी, फायर अफसर ने इसको ठीक करवाया था, लेकिन ये दोबारा खराब हो गया। शहर में लोगों को मिल रहे बदबूदार पानी के संबंध में प्रधान जी ने बताया कि दो या तीन जगहों को छोड़कर पुरे राजपुरा में स्वच्छ और निर्मल जल दिया जा रहा है।
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