Saturday, November 25, 2017

वार्ड नंबर 9 से आखिर कौन हो सकता है भाजपा का उम्मीदवार?


वार्ड के लिए नागपाल से मजबूत दावेदार, कोई हो ही नहीं सकता। 




राजपुरा (प्रदीप चौधरी) : नगर कौंसिल राजपुरा  प्रधानगी की कुर्सी को नाजाने किसकी नज़र लगी हुई है, आपको याद ही होगा कि इस बार इस कुर्सी को लेकर कितने युद्ध हुए। पहले भी इस कुर्सी पर बैठने के लिए आजाद उम्मीदवार जगदीश कुमार जग्गा और अकाली भाजपा के प्रवीण छाबड़ा ने अपनी अपनी दावेदारी साबित करने में राजपुरा की जनता के लगभग 6 महीने खराब कर दिए और राजपुरा के विकास कार्यों में देरी हुई। उसके बाद अकाली भाजपा के प्रवीण छाबड़ा इस कुर्सी पर बैठे। अब लगभग 2 महीने पहले प्रवीण छाबड़ा ने कुछ कारणों के चलते अपने प्रधानपद से इस्तीफा दे दिया और नगर कौंसिल प्रधानगी की कुर्सी एक बार फिर खाली हो गई और शहर के विकासकार्य फिर से रुक गए। 

अब राजपुरा के वार्ड नंबर 9 से आजाद पार्षद राकेश मेहता ने कांग्रेस में जाने के बाद अपने पार्षद पद को त्याग दिया, जिससे वार्ड नंबर 9 में पार्षद की सीट भी खाली हो गई।  अब वार्ड नंबर 9 ही नगर कौंसिल प्रधान की कुर्सी पर बैठने वाले प्रधान को तय कर सकती है।

सूत्रों के अनुसार इस समय तक वार्ड नंबर 9 से कांग्रेस के ब्लॉक शहरी प्रधान नरिंदर शास्त्री कांग्रेस के उम्मीदवार माने जा रहे है।  लेकिन उनको टककर देने के लिए आखिर अकाली भाजपा का कौन सा योद्धा सामने आ सकता है? इस बारे में चर्चा का बाजार गर्म है। जब हमने एक लिस्ट बना कर अनुमान लगाया और कुछ सूत्रों के माध्यम से जानकारी हासिल करनी चाही तो हमें वार्ड नंबर 9 से एक ही नाम सामने आया शायद भगवान् ने उसको वार्ड नंबर 9 की सेवा करने का एक मौका और दे दिया हो, और वो एकमात्र नाम है नरिंदर नागपाल का। 

नरिंदर नागपाल पहले भी वार्ड नंबर 9 से नगर कौंसिल का चुनाव लड़ चुके है, और आजाद उम्मीदवार एडवोकेट राकेश मेहता से चुनाव हार गए थे।  इस बात को सभी भली भांति जानते है कि नागपाल वार्ड नंबर 9 से चुनाव लड़ने के लिए इतने उतावले थे कि उनको नगर कौंसिल का चुनाव वार्ड नंबर 9 से लड़ने के लिए हाईकमान के पास जाना पड़ा था और उन्होंने वार्ड नंबर 9 से टिकट हासिल करके ही दम लिया था। लेकिन अफ़सोस कि वो उस समय चुनाव जीतने में नाकामयाब रहे। लेकिन भगवान् ने हमेशा ही नागपाल का साथ दिया और पार्टी ने उनको जिला प्रधान का ओहदा देकर इलाका निवासियों की सेवा करने का मौका दिया और नरिंदर नागपाल ने दिनरात एक करके इलाके की सेवा की। अब शायद भगवान् ने उनकी वार्ड नंबर 9 के लोगों की सेवा करने की इच्छा को  स्वीकार करते हुए, उनको एक मौका और दिया है। अब सूत्रों के अनुसार  वार्ड नंबर 9 से कांग्रेस पार्टी के मजबूत उम्मीदवार नरिंदर शास्त्री को टककर देने के लिए नरिंदर नागपाल से मजबूत उम्मीदवार हो ही नहीं सकता।  बाकी ये तो चर्चाओं की बात है, अब अगर पार्टी के पास नरिंदर नागपाल से भी मजबूत कोई उम्मीदवार वार्ड नंबर 9 के लिए है तो शायद पार्टी उसको ही मौका देगी, लेकिन इस समय नरिंदर नागपाल से मजबूत और पार्टी की सेवा करने वाला कोई भी उम्मीदवार वार्ड नंबर 9 के लिए फिट बैठता नज़र नहीं आ रहा।  

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