Saturday, March 3, 2018

जिसकी सरकार वो ही हमारे यार

राजपुरावासियों की आँखों का तारा जगदीश कुमार जग्गा ने कांग्रेस का हाथ थामने का बनाया मन। 
जनता के हरमन प्यारे जगदीश कुमार जग्गा 
राजपुरा: जगदीश कुमार जग्गा कौन है, क्या है? शायद ये बातें करना यहां व्यर्थ ही होगा, क्योंकि राजपुरा में शायद कोई ऐसा होगा जो जगदीश कुमार जग्गा को नहीं जानता होगा। लेकिन जो नहीं जानता उसके लिए जग्गा के बारे में कुछ बताना ठीक रहेगा। जग्गा लोक भलाई ट्रस्ट (रजि.) के प्रधान है और इस संस्था के माध्यम से जग्गा ने कई गरीब लोगों की मदद करने में अपने पैर कभी पीछे नहीं किये। जग्गा को इस बात पर मान है कि उसकी कई सेकंडों "माँ" है और उनका आशीर्वाद उसके सिर पर है, इनमें कई ऐसी भी माँ है, जिनको उनके सगे बेटों ने सहारा नहीं दिया और जग्गा ने उनकी सेवा अपनी माँ की तरह ही की। 
जग्गा समाजसेवा करने के साथ साथ राजनीती में भी अपनी रूचि रखते है और जग्गा के समाजसेवा और राजनीती मिश्रण के कारण ही जग्गा को राजपुरा के दो वार्डों में हराने वाला कोई नेता अभी तक जग्गा के सामने टिक तक नहीं पाया। 
जग्गा के सुखबीर बादल (उपमुख्यमंत्री, पंजाब) के साथ गहरी मित्रता से भी सभी जानिजान है या ऐसा कहें की
सुखबीर बादल और जग्गा 
जग्गा और सुखबीर बादल राजनीती नहीं बल्कि एक दूसरे से भाई की तरह मिलते रहे है। राजपुरा के वार्ड नंबर 13 से जग्गा की धर्मपत्नी श्रीमती रंजना वर्मा और वार्ड नंबर 12 से जग्गा नगर कौंसिल राजपुरा में पार्षद है। इस बार तो जग्गा नगर कौंसिल प्रधानगी की कुर्सी पर बैठते बैठते रह गए। उसके बाद जग्गा ने बतौर आजाद उम्मीदवार के रूप में विधानसभा का चुनाव लड़ा, जिसके कारण जग्गा की सुखबीर बादल से भी दूरियां बनने लगी। जग्गा विधानसभा का चुनाव तो जीत नहीं पाए, लेकिन उनको आजाद उम्मीदवार के तौर पर मिले जनता के प्यार को जीत से कम भी नहीं कहा जा सकता। जग्गा ने विधानसभा चुनावों में 15000 से ज्यादा वोटें प्राप्त करके बड़ी बड़ी पार्टियों के मुँह खोलकर रख दिए। लेकिन उसके बाद जग्गा कुछ गुम से हो गए और राजनीती से कुछ पीछे हटते महसूस हुए। लेकिन अचानक राजपुरा के
लोक भलाई ट्रस्ट की पेंशन समारोह की एक तस्वीर  
वार्ड नंबर 9 नगर कौंसिल के उपचुनावों में जग्गा ने कांग्रेस को स्पोर्ट की। ऐसी जानकारी विश्वसनीय सूत्रों के माध्यम से प्राप्त हुई है और वार्ड नंबर 9 के उपचुनावों का जो नतीजा आया उसका सबको पता है।
जग्गा ने अकालीदल का दामन तो विधानसभा के चुनावों में ही छोड़ दिया था और उसके बाद जग्गा के भाजपा में जाने के चर्चे सबकी जुबान पर थे। लेकिन अब जग्गा ने कांग्रेस में जाने का मन बनाया है और कल यानी 5 मार्च 2018 को जग्गा को कांग्रेस पार्टी में शामिल करने के लिए महारानी परनीत कौर खुद राजपुरा में आ रही है। सही है, जिसकी सरकार वो ही हमारे यार। 

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